Wednesday, September 7, 2016

Monsoon में रखें Health का ध्यान

monsoon

मानसूनी बीमारियों ने दस्तक देनी शुरू कर दी है। डेंगू,मलेरिया,डायरिया व् टाइफॉइड के मामले सामने आने शुरू हो गये है। विशेषज्ञों के अनुसार सेहतमंद रहना है तो संतुलित भोजन खाएं और उबला हुआ पानी पियें।

मानसून में होने वाले रोगों को हवा, पानी और मच्छर से होने वाले रोगों की श्रेणियों में बांटा जाता है। मानसून सम्बन्धी रोग उन लोगो को अधिक होते है, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गो को इस सम्बन्ध में खास एहतियात रखने की जरूरत होती है

पानी से होने वाले रोग

Gastroenteritis: बार-बार डायरिया होना gastroenteritis का प्रमुख लक्षण है। 24 घंटे के भीतर तीन या उससे अधिक बार पतले दस्त होने के अलावा इस स्थिति में उलटी आने, चक्कर आने, पेट में मरोड़, सिरदर्द व् तेज बुखार के लक्षण भी देखने को मिलते है।

 

Jaundice(पीलिया): पीलिया में skin पर सफेदी व् आँखों में पीलापन दिखायी देता है। इस स्थिति में पेशाब व् मल का रंग गहरा पीला हो जाता है।

 

उपाय: उबला हुआ या क्लोरीनेटेड पानी पियें। ताजे fruits व् vegetables व् घर में बना हुआ खाना खाएं। सड़क किनारे बिकने वाले खुले में रखे खाद्य पदार्थो को खाने से परहेज करें। ठंडे पानी की रेहड़ियों, रेस्तरां व् होटल इत्यादि में इस्तेमाल की जाने वाली बर्फ भी infection का प्रमुख कारण है। उबला हुआ या बोतल बंद पानी ही पियें। खाने से पहले व् शौचालय जाने के बाद हाथ जरुर धोएं।

 

मच्छर से होने वाली बीमारियाँ

 

डेंगू, मलेरिया व् चिकनगुनियाँ: इसमे 103 डिग्री तक तेज बुखार होने के साथ शरीर दर्द, उलटी व् सिरदर्द के लक्षण देखने को मिलते है। इस वजह से आँखों में दर्द, skin पर लाल चकते, खारिश और मांशपेशियों में कमजोरी भी होती है। मलेरिया में ठंड व् ठिठुरन होती है और चिकनगुनियाँ में swelling व् अकड़न के अलावा जोड़ो व् मांशपेशियों में असहनीय दर्द होता है।


उपाय: घर के आसपास बारिश का पानी collect न होने दे। सुबह और शाम के समय घर के दरवाजे व् खिड़कियाँ बंद रखे। spray,coils,मच्छर से बचाने वाली cream,liquids या मच्छरदानी का नियमित इस्तेमाल करें।

 

हवा से होने वाले रोग

 

जुकाम व् इंफ्लूएंजा: बारिश के साथ सामान्य जुकाम व् इंफ्लूएंजा का infection तेजी से फैलता है। आमतौर पर infection के contact में आने के दो से तीन दिन बाद सामान्य जुकाम के लक्षण नजर आते है। गले में खराश,सांस लेने में परेशानी, साइनस में swelling, छींक, खांसी,सिरदर्द,बुखार, मांशपेशियों में दर्द, पसीना आना व् हर समय थकावट देखने को मिलती है।

 

उपाय: छींक व् खांसते समय मुंह कवर करें। रुमाल की जगह tissue paper का इस्तेमाल करें। tissue paper को इस्तेमाल के तुरंत बाद dustbin में डाल दें। साफ-सफाई का खास ध्यान दें।

 

मानसून में इनसे करें दोस्ती

 

तुलसी: रोज तुलसी की पत्तियां खाने से viral fever,cough व् जुकाम से लड़ने की शारीरिक क्षमता बढ़ती है। आप तुलसी की पत्तियों को सलाद में मिलाकर खा सकते है। इन्हें धोकर गुड़ व् चीनी के साथ लेना भी अच्छा रहता है।

 

लहसुन: body की प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने और toxin को body से बाहर का रास्ता दिखाने में लहसुन को महारत हासिल है। लहसुन को सूखा भून कर खा सकते है और सब्जी व् सूप में डाल सकते है।

 

कड़वे व् खट्टे खाद्य पदार्थ: करेला व् मेथी आदि स्वाद में भले ही कड़वे हों, पर सेहत के लिए फायदेमंद है। इसी तरह इस मौसम में खट्टे खाद्य पदार्थो को ज्यादा से ज्यादा मात्रा में अपनी diet का हिस्सा बनाएं। body की रोग प्रतिरोधी क्षमता बढेंगी।

 

आम: मानसून के दौरान अपनी diet में आम को भरपूर मात्रा में शामिल करें। यह anti-oxidant से भरपूर होता है और रोगों से लड़ने में मदद करता है। आम skin सम्बन्धी परेशानियों को दूर करता है और पाचन भी ठीक रहता है।

 

 

Tags:         Asthma (दमा) की सही जाँच व् उपचार     Skin पर Monsoon का असर 

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